सुरजमुखी जैसे सनबोट्स - हरित दुनिया की ओर एक और कदम


प्रकति सबसे श्रेठ वैज्ञानिक व उन्मुख अभियंता है। हमारी हर समस्या का हल उसी की प्रयोगशाला मैं होता है परंतु हम शायद ही कभी इस पर गौर करते हैं। फिर भी जब कभी हम प्रकृति मैं अन्वेषण करते हैं तो हमें अचम्भित करने वाले परिणाम मिलते हैं।



ऐसा ही कुछ कैलिफोर्निया के विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं के साथ हुआ जब वे आज के सौर कोशिकाओं  की ऊर्जा क्षमता मे सुधार लाने की कोशिश में लगे थे। उन्होंने प्रकृति को देखा और सूरजमुखी की सूरज की ओर मुड़ने की क्षमता से प्रेरणा ली। सिनिमा ही नामक एक द्रव्य वैज्ञानिक ने पहला कृतिम फोटोट्रोपिक पदार्थ विकसित किया है जो सनबोट्स के नाम से लोकप्रिय है। सनबोट्स सूरजमुखी के फूल के जैसे एक छड़ है जो सूरज के संचालन के साथ स्वयं भी चलता है वो भी बिना किसी बाहरी ऊर्जा के। ये नैनो बिट्स व एक ऐसे बहुलक के संयोजन स बना है जो गर्म होने पर सिकुडता है।


इन सनबोट्स के इस्तेमाल से आज के सौर संग्राहक की ऊर्जा क्षमताओं मे तीन गुना बढ़ोतरी हुई है। यह कदम विश्व भर मे अक्षय ऊर्जा के प्रचलन मे क्रांतिकारी सिद्ध हो सकता है।