प्रकृति का खूबसूरत दृश्य  लोक daoun में कछुई का कब्जा

मानव गतिविधि रुकने पर प्रकृति का खूबसूरत दृश्य


जहां एक तरफ पूरी मानव जाति इस भयंकर महामारी से खुद को बचाने के लिए अपने अपने घरों में लॉकडाउन है वहीं दूसरी तरफ उड़ीसा के तट पर लाखों की संख्या में ऑलिव जाति के कछुए अपना आशियाना बनाकर प्रजनन करते दिखाई दिया वन विभाग के आंकड़ों के अनुसार 2,78,502 कछुए प्रजनन करने के लिए ओडिशा के तट पर दिखाई दिए कछुए वैसे तो समुद्र में रहते हैं परंतु इन्हें अंडे देने समुद्र के तट पर आना पड़ता है यह समुद्र के तट पर मिट्टी में एक गड्ढा करके उस गड्ढे में पहले अंडे देते हैं और फिर उसे मिट्टी से ढक  कर छुपा देते है और वापस समुद्र में चले जाते हैं मानव के द्वारा कोई भी गतिविधि ना करने पर प्रकृति का ऐसा खूबसूरत दृश्य इस वर्ष उड़ीसा के तट पर देखने को मिला और इससे भी अधिक खूबसूरत दृश्य तो तब दिखेने को मिलेगा जब उन आंडो में से नन्हे नन्हे कछुए के बच्चे निकल कर उड़ीसा के तट से समुद्र में जाएंगेऑ


ऑलिवकछुए एक बारी में 80 से 120 अंडे देते हैं और यह रात्रि के अंधेरे में ही समुद्र से बाहर आते हैं अंडे देने के 55 दिन बाद अंडे में से बच्चे बाहर आते है ऑलिव कछुए का वजन लगभग 35 से 45 तक होता है और इसकी लंबाई 6 मीटर तक हो जाती है बहुत से लोग कछुए को घर में पालना शुभ मानते हैं


बहुत से लोग इसे अपने घरों में पलते भी है और जो लोग कछुए पाल नहीं सकते वो कछुए की अंगुठी भी पहनते है


काछुओ पर शोध करने वालो व्हा पर जाने की अनुमति दी गई हैं