सपना है वैज्ञानिक बनने का

कहा जाता है, कि प्रतिभा कभी किसी का मोहताज नहीं होता है। वह किसी भी परिस्थिति में कहीं भी दिख जाती है, हमारे देश में अनेक प्रतिभावान गुणों एवं विलक्षणो प्रतिभा के धनी अनेक चेहरे हैं,


उत्तर प्रदेश के बलरामपुर जिले के छोटे से गांव बरगदही (रामनगर) के रहने वाले किसान के पुत्र आशुतोष पाठक जो बीएससी (प्रथम )वर्ष की पढ़ाई के पश्चात अब डी फार्मा (डिप्लोमा फार्मेसी) के छात्र हैं,इन्होंने अपने बनाए हुए, कई प्रोजेक्ट से सभी का ध्यान अपनी ओर आकर्षित किया है उसने किसानों की फसल संबंधी समस्या को दूर करने के लिए उन्होंने जहरीले पौधों को जड़ से उखाड़ फेंकने वाली मशीन का निर्माण किया है।


हाल ही में इन्होंने प्रोजेक्ट 'बॉर्डर सुरक्षा' नाम का डिवाइस तैयार किया है । जिससे हमारे देश के वीर जवान घुसपैठियों पर नजर रख कर अपने देश की हिफाजत कर सकेंगे,  आशुतोष ने गांव की अन्य छोटी-छोटी समस्याओं को देखते हुए, सस्ते एवं आधुनिक रेडियो एवं आधुनिक बैलगाड़ी का भी निर्माण किया है इनकी ऐसी ही कई प्रतिभाओं को देखते हुए इन्हें " कर्ण टीम"का लीडर बनाया है। प्रोजेक्ट कर्ण एक ऐसी संस्था है। जिसका उद्देश्य होनहार, प्रतिभावान एवं विलक्षणी प्रतिभा के धानी विद्यार्थियों एवं युवाओं की प्रतिभा को आगे लाना है। एवं  उनके सपनों एवं कार्यों को एक नयी उड़ान देना है


इस युवा ने दुर्घटना से हो रही अनगिनत मौत पर सड़क सुरक्षा जय किसान के तहत विराट एवं आकांक्षा नाम की मशीन तैयार की है, जिससे डीप ,स्पीड ब्रेकर, शर्करा पुल , गड्ढे ,रेलवे ट्रैक आदि आने से पहले दुर्घटना घटित मार्गों का संकेत करने लगते हैं उनके इस आविष्कार के लिए बांदा जिले के जिला मजिस्ट्रेट ने इन्हें सम्मानित किया है।


गोरखपुर महोत्सव में विज्ञान प्रदर्शनी 2020 मैं आशुतोष ने सड़क सुरक्षा जय किसान सड़क सुरक्षा के तहत विराट एवं आकांक्षा मशीन प्रस्तुत कर बलरामपुर जिले का नाम रोशन किया। इस प्रोजेक्ट से 20 /तक दुर्घटनाएं कम होने की संभावना है।आशुतोष पाठक का सपना है। कि वे हायर स्टडीज  पूरी कर के वैज्ञानिक बने,और कम बजट से देश हित के लिए एवं समाज हित के लिए नए-नए यंत्रों का निर्माण कैसे करें ,हाले कि अभी वे अन्य कई प्रोजेक्टों पर कार्य कर रहे हैं, एवं रोड बनाने के लिए कम बजट में कैसे कार्य किया जाए। इस पर अभी वो कार्य कर रहे हैं।


 इस युवा नवप्रवर्तक ने बैलगाड़ी की पहियों में डायनेमो और किसान के बैठने वाली जगह पर छतरी के साथ सौर ऊर्जा का प्लेट लगाकर बैलगाड़ी में विभिन्न सुधार किये एक ऐसी बैलगाड़ी का निर्माण कर दिया कि जिसमें हेडलाइट, हार्न, छोटा सा पंखा, मोबाइल चार्जर एवं किसान के मनोरंजन हेतु छोटा सा साउंड सिस्टम तथा पानी से बचने वाली छतरी भी लगी है संबंधित नवप्रवर्तन को परिषद द्वारा आगे समर्थित एवं प्रोत्साहित करने का प्रयास किया जा रहा है परिषद द्वारा 15 अक्टूबर 2016 को डॉक्टर अब्दुल कलाम जी के जन्म दिवस के उपलक्ष्य पर आयोजित होने वाले नव प्रवर्तन दिवस पर आशुतोष पाठक को सम्मानित भी किया जा चुका है।