भारत विश्व की सबसे अधिक बाल आबादी वाला देश है तथा आबादी का सबसे महत्वपूर्ण मानव संसाधन है। हमारे राष्ट्र का भविष्य इस बात पर निर्भर अपने बच्चों के लिये किस तरह के अवसरों का सृजन करते हैं और किस सुविधायें उनको प्रदान करते हैं भारत सरकार ने इस महत्वपूर्ण संसाधन के के लिए अनेक कदम उठाए हैं। भारत में मानवतावाद की समृद्ध विरासत है। हजारों स्वयंसेवी संगठन एवं भारतीयों की स्वस्थ, अधिक समृद्ध एवं उत्पादक पीढ़ी की नींव रखने के योगदान दे रहे हैं। हमारे देश में स्वैच्छिक कदम को और सुद्रढ़ करने सामाजिक बदलाव के सबसे ताकतवर साधनों में से एक है, हमारे गाँव मे लाखों जागरूकता पैदा करना आवश्यक है। स्वैच्छिक क्षेत्र को प्रोत्साहित करने के लिए भारत सरकार ने 1979 में, बाल कल्याण के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य के लिए योग्य संस्थाओ एवं व्यक्तियों को पुरस्कार देने की योजना शुरू की। यह योजना ऐसे स्वैच्छिक कदम को पहचान उद्देश्य से शुरू की गई थी। विगत में इन पुरुस्कारों के तहत प्रत्येक संस्था लाख रुपये का नकद पुरस्कार और एक प्रशस्ति पत्र तथा प्रत्येक व्यक्ति रुपये का नगद पुरस्कार और एक प्रशस्ति पत्र दिया जाता रहा है। अब तक प्रतिष्ठित पुरस्कार से 167 संस्थाओ और 109 व्यक्तियों को सम्मानित किया गया संस्थानों को ये पुरस्कार मिला है, उनकी एक सूची इस पुस्तिका में दी गई है। भारत सरकार ने शिक्षा, संस्कृति, कला, खेल तथा संगीत आदि के क्षेत्रों में हासिल करने वाले बच्चों को पुरस्कृत करने के लिए वर्ष 1996 से हेतु राष्ट्रीय बाल पुरस्कार आरम्भ किये गए थे। 5 वर्ष से 18 वर्ष की आयु इस पुरस्कार को प्राप्त करने के लिए पात्र है। । इस योजना के अंतर्गत दो श्रेणिओं में पुरस्कार दिए जायेंगे:
1. बाल शक्ति पुरस्कार
ये पुरस्कार बच्चों की असाधारण उपलब्धियों हेतु दिये जा रहे हैं । विजेताओं को पुरस्कार स्वरुप पदक, प्रशस्ति पत्र, एक लाख रुपए तथा प्रमाण पत्र दिया जाता है। यह पुरस्कार निम्न श्रेणियों में दिए जायेंगेi) नवाचार ii) समाज सेवा विद्वता ___iv) खेल v) कला एवं संस्कृति vi) बहादुरी
2. बाल कल्याण पुरस्कारः
ये पुरस्कार बच्चों की सेवा के लिये काम कर रहे व्यक्तियों एवं संस्थाओं को उनकी उत्कृष्ट सेवाओं के लिये दिये जा रहे हैं। ये पुरस्कार निम्न श्रेणियों में दिये जा रहे हैं: i) व्यक्तिगत ii) संस्थागत
व्यक्तिगत श्रेणी के अंतर्गत प्रत्येक विजेता को पदक, एक लाख रुपए, प्रशस्ति प्रमाण पत्र दिया जाएगा। संस्थागत श्रेणी के अन्तर्गत प्रत्येक विजेता को पदक, पाँच लाख रुपए, प्रशस्ति प्रमाण पत्र दिया जाएगाबाल कल्याण पुरस्कार (व्यक्तिगत एवं संस्थागत दोनोंअंतर्गत अधिकतम 3 (तीन) पुरस्कार दिए जाएंगे।