राष्ट्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी संचार परिषद्, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग भारत सरकार की गतिविधि बाल विज्ञान कांग्रेस का आयोजन विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद् उत्तर प्रदेश लखनऊ के तत्वावधान में आयोजित 27वीं राज्य स्तरीयआरपीएम , ग्रीन सिटी राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस का उदघाटन बुधवार , दिनांक 4/12/19 को मुख्य अतिथि कमिशनर श्री जयंत नार्लीकर ने किया। इस दौरान प्रदेश भर से आए 276 बाल विज्ञानीयो ने अपने अपने प्रेजेंटेशन के माध्यम से श्रेष्ठ भारत की तस्वीर पेश की।
"स्वच्छ, हरित व स्वस्थ राष्ट्र के निर्माण के लिए विज्ञान और नवाचार"थीम पर आधारित कार्यक्रम में अपने रिसर्च के माध्यम से भावी वैज्ञानिकों ने निर्णायकों को मुरीद बना लिया।
मुख्य अतिथि ने कहा कि वैज्ञानिक सोच को वास्तविक रूप में मंच पर लाने मे के लिए बाल विज्ञान कांग्रेस बेहतरीन माध्यम है, बच्चों के क्यों में भी एक साइंस छिपा हुआ है।
विज्ञान प्रोधौगिकी परिषद के निदेशक डॉ. वेदपति मिश्रा ने कहा कि वैज्ञानिक क्रियाविधि को समझना एवम् उससे गुजरना समस्यायों का वैज्ञानिक समाधान प्रस्तुत करता है, वैज्ञानिक सोच को आगे बढ़ाता है। आज जरूरत है कि आधुनिक तकनीकों को अपनाकर विकसित भारत का सपना पूरा करें।
राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस एकेडमिक कोऑर्डिनेटर दीपक शर्मा ने बताया कि189बालिकाएं और 230 बालक अपने अपने प्रोजेक्ट्स प्रस्तुत करेंगे। इसके लिए राज्य आयोजन समिति की ओर से 40 निर्णायकों की टीम वैज्ञानिक बी के त्यागी के नेतृत्व में बनाई गई है।
आरपीएम स्कूल के चेयरमैन अजय शाही ने अतिथियों का स्वागत किया। संचालन विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद के विवेक सुदर्शन जी ने किया।इस मौके पर बाल विज्ञान के नोडल अधिकारी सुरेश चन्द्र शर्मा, क्षेत्रीय वैज्ञानिक अधिकारी महादेव पांडेय, डॉ. देवेंद्र शाह, संयुक्त निदेशक राजेश गंगवार, आरपीएम स्कूल की प्रिंसिपल आराधना शाही आदि उपस्थित रहीं।
इस कार्यक्रम के दूसरे दिन बृह्पतिवार, दिनांक 5/12/19 को 143 बाल विज्ञानीयो ने अपने अपने प्रोजेक्ट्स प्रस्तुत कर वैज्ञानिक कौशल का परिचय दिया। इस दौरान प्रदेश स्तर पर राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस में 300 बाल विज्ञानीयो के बीच, सरकारी स्कूल "बादौली बांगर" कक्षा 8 की एक बालिका छवि , ने गौतबुद्धनगर जनपद का प्रतिनिधित्व प्राइवेट स्कूल से आए अन्य 3 बाल वैज्ञानियों के साथ किया। छवि ने अपना प्रोजेक्ट "स्वनिर्मित मिनी प्रोजेक्टर द्वारा सूछमजीवों का प्रत्यक्ष प्रदर्शन" का प्रदर्शन अपने रिसर्च के माध्यम से किया, इसके द्वारा विद्यार्थियों एवम् उनके पर्वारीजनों को व्यक्तिगत स्व्चछता के लिए जागरूक किया जा सकता है, जिससे रोजाना विद्यालय आने में बाधक बीमारियों से बचा जा सकता है और इस नवाचार से सभी विद्यर्थियों का पूर्ण विकास संभव होगा"इस प्रोजेक्ट में गाइड टीचर के रूप में एवम् गौतबुद्धनगर की ओर से एस्कॉर्ट टीचर के रूप में किरन कुशवाहा, सहायक अध्यापक , संविलियन विद्यालय बादौलि बांगर से एवम् प्रीति सिंह, देल्ही वर्ल्ड पब्लिक स्कूल से इस राज्य स्तरीय राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस में शामिल हुई।
इस दौरान वीर बहादुर नक्षत्र शाला की ओर से आकाश दर्शन,मोबाइल नक्षत्र शाला, सांइस बस एवम् रोहिणी जी द्वारा दिखाए गए वैज्ञानिक चमत्कार,जल की शुद्धता मापन का घरेलू उपाय, ओरीगमी पेपर का जादूई आकृतियां, कतपुतली की वैज्ञानिक सोच पर कहानी आदि आकर्षण का केन्द्र रही।
27वीं राज्य स्तरीय राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस प्रतियोगिता का समापन शुक्रवार, दिनांक 6/12/19 को विद्यालय प्रांगण में, मुख्य अतिथि डीएम के विजयेंद्र पांडियन ने प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र,मेडल, गाइड टीचर्स एवम् चयनित बाल विज्ञानियों को मोमेंटो तथा प्रमाण पत्र देकर किया।
42 बाल विज्ञानियों ने यूपी में अपनी जगह बनाई है, चयनित बाल विज्ञानी केरल में आयोजित राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस में यूपी का प्रतिनिधित्व करेंगे।