26 को 8 बजे से 11 बजे तक मेरठ में दिखेगा 43.1 प्रतिशत वलयाकार सूर्यग्रहण
भारत में 10 साल बाद दिख रहा हैं सूर्य ग्रहण
6 माह बाद 21 जून को पश्चिमी उत्तर भारत को पुरा मौका मिलेगा इसे 99 प्रतिशत देखने का।
ज्ी हा जब चन्द्रमा की परछाई पृथ्वी पर पड.ती हैं तब उस घटना को सूर्य ग्रहण कहते हैं। यह प्रक्रिया साल भर लगातार चलती रहती हैं लेकिन पृथ्वी पर चन्द्र ग्रहण और सूर्य ग्रहण को मिलाकर इसे 5 बार देख जा सकता है।
भारत में देखने के लिए पहला स्पर्श प्रातः 8 बजे तथा अन्तिम स्पर्श 10.55 बजे तक रहेगा । इस मजेदार खगोलिय घटना को देखने के लिए सूर्य ग्रहण को देखने वाले चश्में,बैनाकुलर की परछाई,25 सेमी के दपर्ण के टूकडें से अन्घेरे वाली दिवार पर प्रोजेक्ट करके ,पिन हाल कैमरे से आसानी से देख जा सकता है। हा ये जरूर धयान रखे कि नंगी आखों से सीधे कभी भी सुरज को ना देखे आपकी आखों की रेटिना प्रभावित हो सकती हैं ंऔर आप अन्णे भी हो सकते है।
खगोल के जानकार दीपक शर्मा ने बताया कि मेरठ में जहाॅं ये मात्र 43 प्रतिशत दिखेगा वही तमिलनाडू के कोयमबटूर में अधिकतम 98.95 प्रतिशत दिखेगा। साथ ही ये कोई घबराने वाली बात नहीं बल्कि एक मजेदार खगोलिय घटना है। इसे देखने के गवाह जरूर बनें।
पृथ्वी पर इंडोनेशिया में ही सबसे जायदा 94.14 प्रतिशत दिखयी देगा।