बचपन का सबसे विस्मयई वैज्ञानिक प्रयोग शायद हवा मे तैरते चुम्बक को उत्तर- दक्षिण की दिशा मे आते देखना होता है। परंतु आपको यह जानकर बहुत अचम्भा होगा कि सामन्यतया प्रयोग की जाने वाली उत्तर - दक्षिण की दिशा मे पूरब दिशा की ओर कोणिय परिवर्तन देखा जा रहा है।
ज़ी हाँ, भोगोलिक उत्तीय छोर कनाडा से सिबरिया की ओर तेज़ी से खिसक रहा है। इसकी गति इतनी तेज है कि वर्ष 2018 मे भौगोलिक उत्तरिय छोर ने अंतरराष्ट्रीय दिनांक रेखा को पार कर पृथ्वी के पूर्वीय अर्धगोल में प्रवेश कर लिया है।
दुनिया भर के वैज्ञानिक इस तथ्य से मुख्यतः इसलिए चिंतित हैं क्योंकि इससे नौपरिवहन के क्षेत्र मे बहुत बदलाव अपेक्षित है। नौपरिवहन सें समुद्री जहाज से लेकर हम सबके मोबाइल फोन के गूगल मैप तक प्रभावित होते हैं। इसके अलावा विश्व चुम्बकीय मॉडल में भी बदलाव की आवश्यकता होगी।
मगर मुख्य प्रश्न वही है कि यह तथ्य क्या चिन्हीत करना चाहता है? इसका कारण पृथ्वी के गर्भ मे आलोढ़न करते तरल लोह भी हो सकता है। कारण कुछ भी हो परंतु यह विश्व भर के भूवैज्ञानिकों को सालों के लिये मशगूल रख सकता है।