पत्तियां देती हैं प्रदुषण का संकेत

आजकल वातावरण में बनने वाले गैस चैंबर तो हमें खतरनाक रास्ते पर ले ही जाते हैं लेकिन कुछ चीजे ऐसी भी हैं जो हमे पहले से ही आगाह कर देती हैं या यो कहे कि गैस चैंबर बनने से पहले ही हमे संकेत दे देती की नुकसान दायक स्तर पर प्रदूषण पहुंच चुका हैं।


जी हां बिलकुल अमरूद, जामुन, कनेर, भांग आदि की पत्तियां इतनी संवेदनशील होती हैं कि सबसे पहले कार्बन पार्टिकल उनके ऊपर जम जाते हैं और बेजुबान ये पत्तियां अपनी भाषा में बता देती हैं कि अब वायु सांस लेने लायक नहीं बची है क्योंकि  ये सीधे फेफड़ों पर प्रभाव डालती हैं। फेफड़ो में स्तिथ वायु को साफ करने वाले 20000 चैंबर धीरे धीरे बंद होने लगते हैं जिससे सांस लेने में भी तकलीफ होने लगती हैं।


पत्तियों पर प्रदूषण के प्रभाव को समझने के लिए दो स्थानों पर लगे अमरूद और जामुन के पेड़ की पत्तियॉ का अध्ययन किया तो पाया कि बाईपास परको अमरूद की पत्ती हैं उसपर कार्बन पार्टिकल बहुत जायदा मात्रा में पाए गए जबकि जागृति विहार के सेक्टर 9 में कार्बन पार्टिकल ना के बराबर हैं जागृति विहार में जामुन की पत्ती पर भी कार्बन पार्टिकल ना के बराबर ही हैं


इससे साफ पता चलता है कि जागृति विहार में प्रदूषण कम और सुशांत सिटी में जायदा हैं संवेदनशीलता के मामले में अमरूद, जामुन, कनहेर और भांग आदि की पत्तियॉ को माना जाता हैं।