दुनिया में काम को पहचान देने वाला नोबेल पुरस्कार जिसे सबसे बड़ा पुरस्कार भी माना जाता है यो तो ये उनके वायक्तिगत कार्य के लिए मिलता रहा हैं लेकिन एकसाथ काम करने के जुनून ने पति पत्नी और उनके पुत्र व पुत्रवधू को भी इस सम्मान से नवाजा गया। इस वर्ष मिलने जा रहे नोबेल पुरस्कार को पाने वाले छठे दंपती हैं भारतीय मूल के अभिजीत बैनर्जी और उनकी पत्नि एस्थर डुफ्लो । जिन्होंने अर्थशास्त्र में गरबी उन्मूलन की दिशा में काम किया।
इससे पूर्व 1903 में रेडियोएक्टिव पदार्थ की खोज करने के लिए पियरे क्युरी और मेरी क्यूरी दंपती को नोबेल पुरस्कार मिला साथ ही 22 साल बाद उनके बेटे फ्रेडरिक व बहू आयरिन जूलिएट क्यूरी को कृत्रिम रेडियो सक्रियता की खोज के लिए 1925 में नोबल पुरस्कार मिला।
1947 में कार्ल फर्डिनेंड कोरी और जर्टी थेरेसा को शरीर में जाकर गुलुकोज क्या काम करता हैं और साथ गुलूकोज में खुद क्या बदलाव आता हैं इसको लेकर उन्हें नोबेल पुरस्कार प्रदान किया गया।
आर्थिक, सामाजिक व राजनैतिक प्रक्रियाओं का रिश्तों की समझ को लेकर 1974 में गुन्नार मयार्दल को और उनकी पत्नी अल्वा म्यार्दल को परमाणु प्रसार के खिलाफ अभियान चलाने के लिए 1982 में नोबेल पुरस्कार मिला।
जबकि दिमाग की जी पी एस प्रणाली खोजने के लिए 2014 में एडवर्ड मोजर और उनकी पत्नी की ब्रिट मोजर को नोबेल पुरस्कार प्रदान किया गया।