अंधविश्वास, समाज व देश के विकास में बाधक हैं ये बात आज मेरठ के दूर दराज के जगह हस्तिनापुर में आयोजित एक कार्यक्रम में सामने आई।
विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद् लखनऊ उत्तर प्रदेश के तत्वाधान में जिला विज्ञान क्लब मेरठ द्वारा राजकीय कन्या इन्टर कॉलेज, हस्तिनापुर में अवैज्ञानिक कार्यकलापों से जुड़े सामाजिक अंधविश्वास के विरुद्ध वैज्ञानिक जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
विज्ञान समन्वयक दीपक शर्मा सरकार द्वारा चलाए जा रहे इस मुहीम की को विस्तार से जानकारी देते हुए कहा कि समाज में फैला अंध विश्वास देश के विकास में बाधक होता हैं। साथ ही यह भी कहा कि समाज में जो इस प्रकार के तथाकथित चमत्कार दिखाते हैै वो भगवान् नहीं हो सकते वो तो केवल अपने स्वार्थ सिद्धि के लिए ऐसा करते ना की किसी के भले के लिए।
मलाला अवॉर्ड प्राप्त और विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग भारत सरकार की सन्दर्भ व्यक्ति के रूप में गाजियाबाद से आई रोहिणी गोले ने तथाकथित चमत्कारों का प्रदर्शन भी किया और साथ ही उनका वैज्ञानिक विश्लेषण भी बालिकाओं को समझाया।
कार्यक्रम का उद्घाटन करते हुए प्रधानाचार्य रीना ने कहा कि हस्तिनापुर छेत्र के लिए ये आयोजन बेहद महतवपूर्ण है क्योंकि यहां खासकर महिलाओं में अंधविश्वास जायदा हैं और वो इसे आने वाली पीढ़ी को भी दे रही हैं।
इस दौरान विभिन्न स्कूल से आई हुई बालिकाओं के मध्य कई प्रतियोगिताओं का आयोजन भी किया गया। पोस्टर में आरती प्रथम, रिशिता द्वितीय एवं सलोनी ने तीसरा स्थान प्राप्त किया। जबकि जूनियर में हरमीत को इसमें शामिल किया गया। चित्रकला प्रतियोगिता में प्रथम मीनाक्षी, द्वितीय संध्या और गुरप्रीत कौर को तृतीय स्थान प्राप्त हुआ। व्याख्यान में सलोनी प्रथम तान्या द्वितीय एवं माही को तीसरा स्थान प्राप्त मिला।
अंधविश्वास पर चोट करते हुए बालिकाओं ने लघु नाटक का मंचन किया जिसमें राजकीय कन्या इन्टर कॉलेज हस्तिनापुर प्रथम और किसान गर्ल्स इंटर कॉलेज कंकरखेड़ा को दूसरा स्थान दिया गया।
निर्णायको में सुशील कुमार भारद्वाज, प्रशांत चौधरी और डा दर्पण सिंह रहीं कार्यक्रम का संचालन श्रुति शर्मा ने किया सभी प्रतिभागियों को जिला विज्ञान क्लब की ओर से सम्मानित किया गया।